दोस्तों क्या आप लोग शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हो या शेयर मार्केट में इंटरेस्ट रखते हो, अगर हां तो आपको शेयर मार्केट में सपोर्ट और रेजिस्टेंस के बारे में जानना बहुत जरूरी है। आज इस ब्लॉग "Support And Resistance Trading Strategy in Hindi" मे हम जानेंगे की शेयर मार्केट में सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या है, सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को कैसे पहचाने, सपोर्ट और रेजिस्टेंस टूटने पर क्या होता है और सपोर्ट और रेजिस्टेंस ट्रेडिंग स्ट्रेटजी जिसे मैं भी इस्तमाल करता हुं जिससे आप ट्रेड ले सको।
शेयर बाजार में सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या है उदाहरण सहित?
दोस्तों अपने कई बार ऐसा देखा होगा कि कोई स्टॉक बार-बार एक ही लेवल पर टकराकर वापस गिर जाता है और बार-बार लेवल पर आकर अचानक वहां से उठाना शुरू हो जाता है मार्केट में इसे ही सपोर्ट और रेजिस्टेंस कहते हैं।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल तकनीकी विश्लेषण(Technical Analysis) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये आपको शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव को समझने और अधिक सूचित निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं।
Nifty 15min Chart by Tradingview |
सपोर्ट लेवल(Support Level) वह कीमत है जिस पर खरीदार खरीदना चाहते हैं। जब शेयर की कीमत सपोर्ट लेवल तक पहुँचती है, तो खरीदार शेयर खरीदने लगते हैं, जिससे कीमत बढ़ने लगती है।
Nifty 15min Chart by Tradingview |
रेजिस्टेंस लेवल(Resistance Level) वह कीमत है जिस पर शेयर विक्रेता शेयर को बेचना चाहते हैं। जब शेयर की कीमत रेजिस्टेंस लेवल तक पहुँचती है, तो विक्रेता शेयर बेचने लगते हैं, जिससे कीमत गिरने लगती है।
सपोर्ट रेजिस्टेंस लेवल को कैसे पहचाने?
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को पहचानना आपके लिए उपयोगी हो सकता है। ये आपको को यह अनुमान लगाने में मदद कर सकते हैं कि शेयर की कीमत आगे बढ़ेगी या घटेगी।
- यह देखें की प्राइस किस लेवल से बार-बार(कम से कम 2 बार) घूम जा रहा है उस लेवल को ध्यान कर लें।
- चार्ट पर पिछले उच्च और निम्न बिंदुओं को देखें। ये बिंदु सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल बन सकते हैं।
- तकनीकी विश्लेषण उपकरणों(Technical Indicators) का उपयोग करें, जैसे कि चार्ट पैटर्न और मूविंग एवरेज। ये उपकरण सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल की पहचान करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस टूटने पर क्या होता है?
सपोर्ट और रेजिस्टेंस टूटने पर, यह होता है कि शेयर की कीमत उस लेवल पर सपोर्ट या रेजिस्टेंस नहीं पा रही है।
सपोर्ट टूटने पर, शेयर की कीमत में गिरावट की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि खरीदार अब उस कीमत पर शेयर खरीदने को तैयार नहीं हैं।
रेजिस्टेंस टूटने पर, शेयर की कीमत में वृद्धि की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि विक्रेता अब उस कीमत पर शेयर बेचने को तैयार नहीं हैं।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि एक शेयर की कीमत 100₹ है। और शेयर का सपोर्ट 95₹ पर है यदि यह कीमत 90₹ तक गिरती है, तो इसका मतलब है की सपोर्ट लेवल टूट चुका है। खरीदार अब 90₹ पर शेयर खरीदने को तैयार नहीं हैं। इससे कीमत गिरकर 85₹ या उससे भी कम जा सकती है।
यदि रेजिस्टेंस 105₹ पर है और शेयर की कीमत 110₹ तक बढ़ती है, तो यह रेजिस्टेंस लेवल टूट गया है। इसका मतलब है कि विक्रेता(Sellers) अब 110₹ पर शेयर बेचने को तैयार नहीं हैं। इससे कीमत बढ़कर 115₹ या उससे भी अधिक जा सकती है।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस टूटने पर, ट्रेडर्स को सावधान रहना चाहिए। यदि एक सपोर्ट लेवल टूट जाता है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि शेयर की कीमत में गिरावट की संभावना बढ़ गई है। यदि एक रेजिस्टेंस लेवल टूट जाता है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि शेयर की कीमत में वृद्धि की संभावना बढ़ गई है।
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं कि आप सपोर्ट और रेजिस्टेंस टूटने के संकेतों की पहचान कैसे कर सकते हैं:
- चार्ट पर वॉल्यूम को देखें। जब एक सपोर्ट या रेजिस्टेंस लेवल टूटता वाला होता है, तो सपोर्ट और रेजिस्टेंस के पास प्राइस जाने पर आमतौर पर वॉल्यूम में वृद्धि होती है।
- चार्ट पैटर्न की तलाश करें। कुछ चार्ट पैटर्न, जैसे कि हेड एंड शोल्डर पैटर्न, सपोर्ट या रेजिस्टेंस लेवल टूटने का संकेत दे सकते हैं।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस टूटना एक महत्वपूर्ण तकनीकी संकेत(Technical Indication) है। आपको को इन संकेतों की पहचान कर उनका उपयोग करना है जो आपको ट्रेड लेने में मदद करेंगे।
Support and Resistance Trading Strategy in Hindi
प्राइस एक्शन ट्रेडिंग में सपोर्ट और रेजिस्टेंस काफी महत्वपूर्ण होता है, आप सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस का इस्तेमाल करके ट्रेड ले सकते हो। आप सपोर्ट और रेजिस्टेंस ट्रेडिंग के लिए इस स्ट्रेटजी का इस्तमाल कर सकते हो जो मैं आपको अभी बताने जा रहा हुं:
अब तक आपको यह तो समझ आ गया होगा की सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को कैसे ढूंढे। आपको सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को ढूंढ कर उन लेवल्स को मार्क कर लेना है और इंतजार करना है सपोर्ट या रेजिस्टेंस लेवल के ब्रेक होने का।
जब सपोर्ट लेवल टूटे:
- जब मार्केट में सपोर्ट लेवल टूट जाए यानी प्राइस सपोर्ट लेवल के नीचे जाने लगे। तब आपको सपोर्ट लेवल के नीचे एक कैंडल को बंद होने का इंतजार करना है यानी यानी वह कैंडल सपोर्ट लेवल के नीचे बंद होनी चाहिए।
- जिस कैंडल ने सपोर्ट लेवल को तोड़कर करके नीचे बंद हुई है, आपको इंतजार करना है की मार्केट उस कैंडल के नीचे निकले जैसे मार्केट उस क्लोजिंग कैंडल के नीचे निकले आपको मार्केट में बेयरिश(Selling) पोजीशन बना लेनी है।
जब रेजिस्टेंस लेवल टूटे:
- जब मार्केट में रेजिस्टेंस लेवल टूटे यानी प्राइस रेजिस्टेंस लेवल के ऊपर जाने लगे तब आपको रेजिस्टेंस लेवल के ऊपर कैंडल की बंद होने का इंतजार करना है।
- आपके इंतजार करना है कि जिस कैंडल ने रेजिस्टेंस लेवल को तोड़कर उपर बैंड बंद हुआ है मार्केट उस कैंडल के ऊपर निकले जैसे मार्केट उसे कैंडल के ऊपर निकलता है आपको एक बुलिश(Buy) पोजीशन बना लेनी है।
स्टॉपलॉस(Stop-Loss):
- आपने अगर सपोर्ट लेवल टूटने पर ट्रेड लिया है, तो जिस कैंडल ने भी सपोर्ट लेवल को तोड़कर नीचे क्लोज हुआ है आप उसी कैंडल के आई पर स्टॉपलॉस लगा सकते हैं।
- वहीं दूसरी तरफ अगर आपने रेजिस्टेंस लेवल के टूटने पर ट्रेड लिया है तो जिस कैंडल ने रेजिस्टेंस लेवल को तोड़कर उपर क्लोज दिया है, आप उस कैंडल के नीचे स्टॉपलॉस लगा सकते हैं।
टारगेट(Target):
अगर आपने रेजिस्टेंस लेवल के टूटने पर ट्रेड लिया है तो आप अगले रेजिस्टेंस लेवल को अपना टारगेट बना सकते हैं, या फिर 1:2(यानी अगर आपने 100 का स्टॉपलॉस रखा है तो कम से कम 200 का प्रोफिट) का टारगेट ले सकते हैं। और अगर आपने सपोर्ट लेवल के टूटने पर ट्रेड लिया है तो आप अगले सपोर्ट ले मेरे को अपना टारगेट बना सकते हैं, या 1:2 पर प्रॉफिट बुक कर सकते हैं।
कुछ जरूरी नियम(Rules):
- आपको स्टॉपलॉस का खास ख्याल रखना है आपको हर ट्रेड में स्टॉपलॉस लगाना है अगर मार्केट स्टॉप लॉस को हिट करें तो आपको ट्रेड को लॉस में कटकर ट्रेड से बाहर हो जाना है।
- आपको यह स्ट्रेटजी 5min या उससे ऊपर के चार्ट पर इस्तेमाल करना है। अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हो तो 5min आपके लिए बेस्ट टाइम फ्रेम होगा।
- अगर आप इंट्राडे करते हो तो आपको एक दिन में केवल 2 ट्रेड लेने है, अगर आपका दोनों ट्रेड लॉस में हो तब भी आप तीसरा ट्रेड नहीं लेंगे।
ट्रेड Examples:
Nifty 5min Chart by Tradingview |
Nifty 5min Chart by Tradingview |
Nifty 5min Chart by Tradingview |
निष्कर्ष(Conclusion):
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को पहचानना और उनका उपयोग करना ट्रेडर्स के लिए एक फायदेमंद हो सकता है। ये ट्रेडर्स को यह अनुमान लगाने में मदद कर सकते हैं कि शेयर की कीमत आगे बढ़ेगी या घटेगी। इस ब्लॉग "Support And Resistance Trading Strategy in Hindi" में हमने जाना की सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या है, आप कैसे सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को पहचान कर कैसे ट्रेड ले सकते हो। आपको शुरुआत में सपोर्ट और रेजिस्टेंस का इस्तमाल करने में दिक्कत हो सकती है लेकिन धीरे धीरे ये आपके लिए आशा हो जायेगा बस अपने Rules को सही से फॉलो करें और स्टॉपलॉस का हमेसा इस्तमाल करें। आशा करता हुं आपको यह ब्लॉग पसंद आया होगा अगर मुझसे कुछ जरूरी बाते छूट गई हो तो नीचे कॉमेंट करके बताएं।
FAQ's [Support And Resistance Trading Strategy in Hindi]
निफ्टी में सपोर्ट क्या है?
अगर किसी लेवल पे जाकर मार्केट 2 या उससे ज्यादा बार उपर की ओर मुड़ी है तो Nifty के लिए वो सपोर्ट लेवल है।
निफ्टी में सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल कैसे पता करें?
Nifty में सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल का पता करने के लिए आपको यह देखना होगा की मार्केट कहा जाकर वापस मुड़ जाती है। मार्केट अगर किसी लेवल से कम से कम 2 बार या उससे ज्यादा रिवर्स हुए है तो वो Nifty के लिए सपोर्ट या रेजिस्टेंस के तरह काम करेगा।
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