दोस्तो क्या आप लोग शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं या शेयर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हैं, अगर हाँ तो आज का ये ब्लॉग "14 Best Option Trading Strategies in Hindi" पुरा पढ़े आज हम ऑप्शन ट्रेडिंग में 7 best option buying strategy और 7 best option selling strategy के बारे मे जानेंगे। दोस्तो में आपको अपने exprience और मार्केट के एक्सपर्ट्स के सुझाव से 14 Best option Strategies के बारे मे बताऊंगा मैं इस को 2 पार्ट मे बाटूंगा 1st part मे जानेंगे 7 best option buying strategy के बारे मे और 2nd part मे जानेंगे 7 option selling strategy के बारे मे। मैं शुरुआत low रिस्क वाले स्ट्रेटजी से करूंगा फिर मीडियम रिस्क फिर हाई रिस्क तो चलिए जानना शुरू करते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?(What is Option Trading in Hindi)
ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा कॉन्ट्रैक्ट है जो आपको किसी निश्चित तिथि (समयसिमा) से पहले या उस तिथि पर, एक निश्चित मूल्य (स्ट्राइक प्राइस) पर, किसी संपत्ति (जैसे कि शेयर, कमोडिटी, इंडेक्स) को खरीदने या बेचने का अधिकार देता है। उदाहरण के लिए:
मान लीजिए कि XYZ कंपनी का शेयर ₹100 पर है। आप एक ऑप्शन अनुबंध खरीदते हैं जो आपको ₹110 के स्ट्राइक प्राइस पर शेयर को खरीदने का अधिकार देता है। जिसकी समयसिमा यानी Expiry date 3 महीने बाद है।
यदि शेयर की कीमत बढ़कर ₹120 हो जाती है: आप ₹110 पर शेयर खरीद सकते हैं और फिर उन्हें ₹120 पर बेच सकते हैं, जिससे आपको ₹10 का लाभ होगा। यदि शेयर की कीमत ₹90 तक गिर जाती है तो आप कॉन्ट्रैक्ट को 10₹ के घाटे पर समाप्त होने दे सकते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?(Types of Options Trading in Hindi)
ऑप्शन ट्रेडिंग मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
1. कॉल ऑप्शन(Call Option):
यह आपको एक निश्चित तिथि या उससे पहले , एक निश्चित मूल्य पर, किसी संपत्ति(Asset) को खरीदने का अधिकार देता है।
2. पुट ऑप्शन(Put Option):
यह आपको एक निश्चित तिथि से पहले या उस तिथि पर, एक निश्चित मूल्य पर, किसी संपत्ति को बेचने का अधिकार देता है।
ऑप्शंस ट्रेडिंग स्ट्रेटजी सीखने से पहले आपको आपको कुछ चीजों के बारे मे जानना जरूरी है।
1. ऑप्शन बाइंग और सेलिंग में अंतर
2. स्ट्राइक प्राइस (OTM, ATM & ITM)
अगर आप इन दोनो विषय के बारे में जानते हैं तो आगे पढ़िए। अगर आप इन दोनो विषयो के बारे में नही जानते तो आप इन दोनो videos को देख सकते हैं।
7 Best Option Buying Strategies in Hindi
कम जोखिम(Low risk)
(1) कवर्ड कॉल स्ट्रेटजी (Covered Call Strategy in Hindi):
इस स्ट्रेटजी
"Covered Call Strategy" से आप अपने पोर्टफोलियो के स्टॉक की सुरक्षा कर सकते हैं और साथ ही उस स्टॉक पर
margin ले कर एक कॉल ऑप्शन बेच सकते हैं। यह कैसे काम करता है, इसे इस तरह से समझा जा सकता है:
"Covered Call Strategy in Hindi"
स्टॉक खरीदारी:
सबसे पहले आपको एक स्टॉक खरीदना होता है, जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं। आप उस स्टॉक के स्टॉकहोल्डर बन जाते हैं।
स्टॉक्स प्लेज:
आपको अपने खरीदे गए स्टॉक्स को अपने ब्रोकर के पास गिरवी रखना होगा ताकि ब्रोकर आपको उसके बदले margin दे सके।
ज्यादा जाने
कॉल ऑप्शन बेचना:
आप इस स्टॉक पर एक call ऑप्शन बेचते हैं, जिसमें आप तय किए गए मूल्य पर उस स्टॉक को बेचने का समर्थन कर रहे हो।
प्रीमियम कमाई:
जब आप कॉल ऑप्शन बेचते हैं, तो आपको एक प्रीमियम मिलता है, जब इस प्रीमियम का मुल्य कम होता है तो, आपका लाभ होता है। यह प्रीमियम उस व्यक्ति से आता है जो आपके स्टॉक के call ऑप्शन को खरीदता है।
आपके लाभ:
- यह स्ट्रेटजी आपको नियमित प्रीमियम प्राप्त करने का मौका देती है
- अगर स्टॉक की कीमत बढ़ती है, तो आपको प्रीमियम मे छोटा loss होगा लेकिन आपका स्टॉक आपको अच्छा प्रोफिट दे रहा होगा।
- अगर स्टॉक की कीमत घटती है, तो आपको प्रीमियम का प्रोफिट मिलता है।
सावधानियाँ:[Covered Call Strategy in Hindi]
- यदि स्टॉक की कीमत बहुत घट जाती है, तो आपका पूरा लाभ कॉल ऑप्शन से ही हो जाता है, लेकिन आपने स्टॉक लॉस मे जा सकता है।
- स्टॉक की कीमत की गति को समझकर ही इस स्ट्रेटजी का उपयोग करें, ताकि आप सही समय पर कॉल ऑप्शन बेच सकें।
- इस स्ट्रेटजी का इस्तमाल तब करना चाहिए जब आपने किसी स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड करने के लिए buy किया है और अभी उस स्टॉक में छोटा सा करेक्शन आया हुआ है।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
ध्यान रहे कि सही समय पर ऑप्शन बेचने और खरीदने के लिए अच्छे अध्ययन और जानकारी की आवश्यकता है। किसी भी निवेश से पहले एक वित्तीय सलाहकार से संपर्क करना भी उत्तम रहता है। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करे।
(2) लॉन्ग कॉल स्ट्रेटजी (Long Call Strategy in Hindi):
यह स्ट्रेटजी "Long Call Strategy" कीमतों में ऊपरी गतियों का लाभ उठाने के लिए है। इसे ऐसे समझें कि जैसे आप किसी विशेष स्टॉक के बढ़ते हुए मूल्य का लाभ उठाना चाहते हैं।
[Long Call Strategy in Hindi]
कॉल ऑप्शन खरीदें:
सबसे पहले, आपको वह स्टॉक चुनना होता है जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं। फिर आप उस स्टॉक के लिए एक कॉल ऑप्शन खरीदते हैं।
मुद्रा भुगतान:
आप कॉल ऑप्शन के लिए एक छोटी सा मूल्य भुगतान करते हैं, जिसे प्रीमियम कहा जाता है।
समय सीमा:
इस ऑप्शन का मुद्रा भुगतान केवल एक सीमित समय के लिए होता है, जिसे expiry कहा जाता है।
प्रॉफिट:
अब यदि स्टॉक की कीमत बढ़ती है, तो आप अपने कॉल आप्शन को ज्यादा प्राइस मे बेच कर प्रॉफिट ले सकते हैं।
हानि:
अगर स्टॉक की कीमत नहीं बढ़ती या कम हो जाती है, तो आपका नुकसान केवल ऑप्शन के प्रीमियम की राशि तक ही होता है, जिसे मैक्सिमम रिस्क कहा है।
सावधानियाँ और सुझाव:[Long Call Strategy in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग तब करें जब आप सोचते हैं कि स्टॉक का मूल्य बढ़ने वाला है।
- समझें कि आपका नुकसान केवल ऑप्शन प्रीमियम तक ही होगा, लेकिन आपका लाभ अनलिमिटेड हो सकता है।
- स्टॉक की गति को ध्यान से निगरानी में रखें और समय सीमा(Expiry) का भी ख्याल रखें, क्योंकि यह स्ट्रेटजी समयबद्ध होती है।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
यदि आप विश्वासी महसूस करते हैं कि स्टॉक की कीमत कम समय के दौरान बढ़ सकती है, तो लॉन्ग कॉल स्ट्रेटजी एक उपयुक्त ऑप्शन हो सकती है। ध्यानपूर्वक अध्ययन और सलाह के साथ इसे अपनाएं। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करे।
[14 Best option trading strategies in Hindi]
मध्यम जोखिम(Medium risk)
(3) बुल कॉल स्प्रेड(Bull Call Spread Strategy in Hindi):
यह स्ट्रेटजी "Bull Call Spread" उस समय उपयोगी है जब आपको लगता है कि किसी स्टॉक की मूल्य बढ़ने की संभावना है, लेकिन आप ज्यादा जोखिम(risk) नहीं लेना चाहते हैं।
[Bull Call Spread in Hindi]
निर्धारित समय अवधि:
सबसे पहले, आपको एक निश्चित समय(Expiry) के लिए दो कॉल ऑप्शंस खरीदने की आवश्यकता है।
उच्च और न्यूनतम स्ट्राइक प्राइस:
आपको एक कॉल ऑप्शन खरीदना है जिसका मूल्य ज्यादा हो और एक कॉल ऑप्शन बेचना है जिसका मूल्य कम हो, लेकिन दोनों की expiry समान होता है।
प्रॉफिट:
जब स्टॉक का मूल्य बढ़ता है, तो ज्यादा मूल्य वाले कॉल ऑप्शन का मूल्य बढ़ता है और आप प्रॉफिट कमा सकते हैं।
हानि की सीमा:
आपका नुकसान तब होता है जब स्टॉक का मूल्य न्यूनतम
स्ट्राइक प्राइस के नीचे जाता है, लेकिन इसमें आपका नुकसान सीमित रहता है।
सावधानियाँ और सुझाव:[Bull Call Spread in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी से आप बढ़ते हुए मार्केट में शामिल हो सकते हैं, लेकिन रिस्क medium होता है।
- स्टॉक की गति को समझना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह स्ट्रेटजी की सफलता पर प्रभाव डालता है।
- समझें कि इस स्ट्रेटजी का उपयोग विशेष तब करना चाहिए जब आपके एनालिसिस मे आपको लगे कि मार्केट कम समय अंतराल मे मूवमेंट दे सकता है।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
बुल कॉल स्प्रेड एक सुरक्षित तथा संतुलित स्ट्रैटजी है जो आपको मार्केट में लाभ कमाने में मदद कर सकती है, जब आप बढ़ते हुए मूल्यों का आनंद उठाना चाहते हो। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करे।
(4) प्रोटेक्टिव पुट स्ट्रेटजी या (Married Put Strategy in Hindi):
यह स्ट्रेटजी "Married Put Strategy" एक बहुत आसान और medium रिस्क स्ट्रेटजी है, जिससे आप निवेश किए गए स्टॉक की मूल्य गिरावट से बचा सकते हैं। इसे इस प्रकार से समझें:
[Married Put Strategy in Hindi]
स्टॉक खरीदारी:
सबसे पहले, आपको वह स्टॉक चुनना होता है जिसमें आप पहले से निवेश कर चुके हैं। या निवेश करना चाहते हैं। आप उस स्टॉक को खरीदते हैं।
पुट ऑप्शन खरीदें:
फिर आप उसी स्टॉक के लिए एक पुट ऑप्शन खरीदते हैं।
सुरक्षा अवधि:
इस स्ट्रेटजी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि आप इसे एक निश्चित समय के लिए इस्तमाल करते हैं, जिसे हम expiry कहते हैं।
प्रॉफिट:
जब स्टॉक की मूल्य घटती है, तो पुट ऑप्शन की मदद से आप अपने निवेश को सुरक्षित रख सकते हैं, क्योंकि आपने पुट ऑप्शन खरीद कर रखा है। और साथ ही मार्केट से प्रॉफिट भी बना सकते हैं।
नुकसान:
इस स्ट्रेटजी की सीमा यह है कि आपका नुकसान सीमित होता है, क्योंकि पुट ऑप्शन की प्रीमियम की राशि ही आपका नुकसान होती है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Married Put Strategy in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग तब करें जब आप स्टॉक के मूल्य में गिरावट का अनुमान करते हैं।
- सुरक्षा अवधि(Expiry) को ध्यानपूर्वक चयन करें, ताकि आपका निवेश आवश्यक समय तक सुरक्षित रहे।
- इस स्ट्रेटजी को तब ही इस्तमाल करना चाहिए जब आपका अनुमान(analysis) यह है की स्टॉक का मूल्य कम अवधि में कम होगा।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
यह स्ट्रेटजी उन इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्सों के लिए है जो अपने निवेश को सुरक्षित रखना चाहते हैं, और स्टॉक के मूल्य की गिरावट से बचना चाहते हैं। ध्यानपूर्वक समझे और अगर आवश्यक हो, तो वित्तीय सलाह के साथ इसे अपनाएं। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करे।
[14 Best option trading strategies in Hindi]
ज्यादा जोखिम(High Risk)
(5) लॉन्ग स्ट्रैडल स्ट्रेटजी(Long Straddle Strategy in Hindi):
इस स्ट्रेटजी "Long Straddle Strategy" का उपयोग तब किया जाता है जब आप निश्चित स्टॉक के लिए मार्केट में तेजी या मंदी की संकेत मिलने की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन आप नहीं जानते कि मार्केट मे किस दिशा में जायेगी। Bullish या Bearish
[Long Straddle Strategy in Hindi]
कॉल ऑप्शन खरीदें:
सबसे पहले, आप उस स्टॉक के लिए एक कॉल ऑप्शन खरीदते हैं जिस पर आप स्टॉक ऊपर जाने की उम्मीद रखते हैं।
पुट ऑप्शन खरीदें:
फिर, आप उसी स्टॉक के लिए एक पुट ऑप्शन खरीदते हैं वो भी same स्ट्राइक प्राइस का जिस पर आप स्टॉक नीचे जाने की उम्मीद रखते हैं।
लाभ या हानि(Profit or Loss):
जब आप लॉन्ग स्ट्रैडल का उपयोग करते हैं, तो जैसे ही मार्केट में तेजी या मंदी कम समय अंतराल में आती है, आपको लाभ हो सकता है। अगर मार्केट बहुत बढ़ता है, तो कॉल ऑप्शन से आपको लाभ होगा, और यदि मार्केट घटता है, तो पुट ऑप्शन से भी आपको लाभ हो सकता है।
अगर मार्केट आपके दिशा की ओर ज्यादा समय लेकर करेगा तो आपका नुकसान हो सकता है, क्योंकि प्रीमियम का मूल्य समय के साथ घटता है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Long Straddle Strategy in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग उन विपरीत परिस्थितियों में किया जा सकता है जब मार्केट में ज्यादा volatility हो।
- स्टॉक की मूवमेंट को समझने के लिए अच्छी तरह से रिसर्च करें।
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग विशेष ध्यान देकर ही करें, क्योंकि प्रीमियम की राशि को विचार में रखना होगा और विपरीत स्थिति में नुकसान हो सकता है।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
लॉन्ग स्ट्रैडल स्ट्रेटजी एक उपयुक्त स्ट्रेटजी हो सकती है जब आप मार्केट में होने वाले volatility मे रिस्क लेके प्रॉफिट कमाना चाहते हो। लेकिन ध्यान दे ये हाई रिस्क वाली strategy मे आता है। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करे।
(6) लॉन्ग स्ट्रैंगल स्ट्रैटेजी(Long Strangle Strategy in Hindi):
इस स्ट्रेटजी "Long Strangle Strategy" का उपयोग तब किया जाता है जब आप निश्चित स्टॉक के लिए मार्केट में तेजी या मंदी की संकेत मिलने की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन आप नहीं जानते कि यह किस दिशा में होगा।
[Long Strangle Strategy in Hindi]
कॉल ऑप्शन खरीदें:
सबसे पहले, आप उस स्टॉक के लिए एक कॉल ऑप्शन खरीदते हैं जिस पर ऊपर की और मूवमेंट की उम्मीद रखते हैं।
पुट ऑप्शन खरीदें:
फिर, आप उसी स्टॉक के लिए एक पुट ऑप्शन खरीदते हैं जिस पर आप मार्केट नीचे जाने की उम्मीद रखते हैं।
लाभ या हानि( Profit or Loss):
जब आप लॉन्ग स्ट्रैंगल का उपयोग करते हैं, तो जैसे ही मार्केट में तेजी या मंदी का पता चलता है, आपको प्रॉफिट हो सकता है। अगर मूल्य बहुत बढ़ता है, तो कॉल ऑप्शन से आपको प्रॉफिट होगा, और यदि मूल्य बहुत घटता है, तो पुट ऑप्शन से भी आपको प्रॉफिट हो सकता है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Long Strangle Strategy in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग उन विपरीत परिस्थितियों में किया जा सकता है जब मार्केट में बहुत ज्यादा मूवमेंट हो रही हैं।
- स्टॉक की मूवमेंट को समझने के लिए अच्छी तरह से विश्लेषण(Analysis) करें।
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग विशेष ध्यान देकर ही करें, क्योंकि प्रीमियम की राशि को विचार में रखना होगा और विपरीत स्थिति में नुकसान हो सकता है।
- समय सीमा (Expiry) का भी ध्यान दे क्योंकि समय के साथ प्रीमियम का मूल्य कम होता है।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
लॉन्ग स्ट्रैंगल स्ट्रेटजी एक उपयुक्त स्ट्रेटजी हो सकती है जब आप मार्केट में होने वाली मूवमेंट के बारे में अनिश्चित हैं और आप चाहते हैं कि आपका ट्रेड दोनों दिशाओं में प्रॉफिट बना कर दे। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करे।
[14 Best option trading strategies in Hindi]
(7) बटरफ्लाई स्प्रेड स्ट्रेटजी(Butterfly Spread Strategy in Hindi):
इस स्ट्रेटजी "Butterfly Spread Strategy" का उपयोग तब किया जाता है जब आप एक स्टॉक के लिए मध्यम से हाई वोलेटिलिटी की उम्मीद करते हैं, लेकिन आप यह भी चाहते हैं कि स्टॉक में तीव्र परिवर्तन हो।
[Butterfly Spread Strategy in Hindi]
तीन ऑप्शन का चयन:
सबसे पहले, आपको तीन विभिन्न स्ट्राइक प्राइस के साथ तीन ऑप्शन का चयन करना होता है।
कॉल और पुट खरीदना और बेचना:
आपको एक कॉल ऑप्शन और एक पुट ऑप्शन खरीदना होता है और उन्हें एक समय पर बेचना होता है, सभी ऑप्शन की expiry समान होती है।
मूल्य में परिवर्तन:
जब स्टॉक का मूल्य तीव्रता से बदलता है, तो इस स्ट्रेटजी से आपको लाभ हो सकता है। अगर मूल्य तीव्रता से बढ़ता है, तो कॉल ऑप्शन से लाभ होगा, और अगर मूल्य तीव्रता से घटता है, तो पुट ऑप्शन से प्रॉफिट होगा।
नुकसान की सीमा:
इस स्ट्रेटजी में, आपका नुकसान सीमित होता है, क्योंकि आपने तीन ऑप्शन का सेट बनाया है जो एक साथ खुलता है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Butterfly Spread Strategy in Hindi]
- बटरफ्लाई स्प्रेड स्ट्रेटजी उच्च वोलेटिलिटी या स्टॉक में तीव्र परिवर्तन की स्थितियों में उपयुक्त है।
- स्टॉक की volatility को समझने के लिए अच्छी तरह से परीक्षण(analysis) करें।
- पूरी स्ट्रेटजी को समझने के लिए अच्छा ज्ञान होना आवश्यक है, इसलिए वित्तीय सलाह लेना भी महत्वपूर्ण है।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
बटरफ्लाई स्प्रेड स्ट्रेटजी एक समझदारी से बनाई गई है जो मार्केट में स्थिति की संकेतों का उपयोग करती है और आपको संबंधित ऑप्शन का सेट बनाने में मदद कर सकती है। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करे।
7 Best Option Selling Strategies in Hindi
कम जोखिम(Low Risk):
(1) कवर्ड पुट स्ट्रेटजी (Covered Put Strategy in Hindi):
यह स्ट्रेटजी "Covered Put Strategy" उन इन्वेस्टर्स के लिए है जो पहले से किसी स्टॉक में शॉर्ट साइड की पोजिशन बना चुके है लेकिन उनको अपने पोजिशन को सेफ रखना है। मतलब अगर वो स्टॉक जिसको आपने शॉर्ट किया है वो अगर आपके विपरीत ऊपर की ओर जाने लगे तो आप अपने पोजिशन को सेफ रख पाए।
[Covered Put Strategy in Hindi]
स्टॉक पोसीशन:
सबसे पहले, इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स को वह स्टॉक चुनना होता है जिसमें उनका पहले से निवेश है और जिसका मूल्य बढने का अनुमान है।
पुट ऑप्शन बेचें:
फिर, वह इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स उसी स्टॉक का एक पुट ऑप्शन बेचता है। जिसका मूल्य बढने का उसे अनुमान है।
पुट की सुरक्षा:
यहां का मुख्य फायदा यह है कि जब स्टॉक का मूल्य गिरता है, तो वह इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स को अपने पोजिशन से फायदा होता है। वही दूसरी तरफ अगर स्टॉक का मूल्य बढ़ता है तो जो पुट अपने बेचा है वह आपके पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखेगा।
सुझाव और सावधानियाँ:[Covered Put Strategy in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग तब करें जब आप अपने इन्वेस्ट किये गए स्टॉक के मूल्य बढ़ने का अनुमान लगा रहे हैं।
- पुट ऑप्शन को ध्यानपूर्वक चयन करें।
- मार्केट की स्थिति को ध्यानपूर्वक अनुसंधान(analysis) करें और वित्तीय सलाह लें।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
कवर्ड पुट स्ट्रेटजी एक सुरक्षित ऑप्शन स्ट्रेटजी है जो शॉर्ट पोजिशन वाले इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्सों को स्टॉक के मूल्य में वृद्धि से होने वाले नुकसान से सुरक्षित रखने में मदद कर सकती है। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करे।
(2) कैश-सिक्योर्ड पुट(Cash Secured Put in Hindi):
"Cash Secured Put" स्ट्रेटजी एक सुरक्षित निवेश की एक प्रकार है जो काफी सारे ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स द्वारा इस्तमाल किया जाता है, यह एक तरह से स्टॉक में इन्वेस्ट करने में मदद करता है इसे आसानी से समझा जा सकता है:
[Cash Secured Put in Hindi]
पुट ऑप्शन बेचें:
सबसे पहले, इन्वेस्टर्स या ट्रेडर एक पुट ऑप्शन बेचता है। पुट ऑप्शन एक समझौता(Contract) है जिसमें उसे स्टॉक को निश्चित मूल्य पर खरीदने का अधिकार होता है, लेकिन यह उसके लिए अनिवार्य नहीं होता।
नगद सुरक्षा:
इस स्ट्रेटजी का नाम "Cash Secured Put" इसलिए है क्योंकि इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स को अगर पुट ऑप्शन लेना होता है तो उसके पास पूर्ण राशि का पर्याप्त नकद(margin) होना चाहिए।
सीमित नुकसान:
इस स्ट्रेटजी में नुकसान की सीमा होती है, क्योंकि इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स को
ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त होने पर उसे स्टॉक को निश्चित मूल्य पर खरीदना होता है जिससे उसका नुकसान सीमित रहता है।
आय का अवसर:
इस स्ट्रेटजी से इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स को नुकसान से सुरक्षा मिलती है और यदि स्टॉक का मूल्य बढ़ता है और पुट ऑप्शन का मूल्य घटता है, तो उससे प्रॉफिट भी हो सकता है। क्योंकि अपने पुट ऑप्शन को sell किया है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Cash Secured Put in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग तब करें जब आप स्टॉक के मूल्य में वृद्धि का अनुमान लगा रहे हैं या आप उस स्टॉक को सस्ते में खरीदना चाहते हैं।
- इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स को स्टॉक खरीदने के लिए उनके पास पूर्ण नकद होना चाहिए।
- मार्केट की स्थिति को ध्यानपूर्वक अनुसंधान(analysis) करें और वित्तीय सलाह लें।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
"Cash Secured Put" स्ट्रेटजी एक सुरक्षित तरीके से स्टॉक में निवेश करने का एक तरीका है जो नुकसान को सीमित रखता है और साथ ही इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स को प्रॉफिट करने का भी अवसर प्रदान करता है। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करे।
[14 Best option trading strategies in Hindi]
मध्यम जोखिम(Medium risk)
(3) आयरन कंडोर स्ट्रेटजी(Iron Condor Strategy in Hindi):
"Iron Condor Strategy" एक ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है जो ट्रेडर को मार्केट की स्थिति में संतुलन बनाए रखने का प्रयास करती है। यह स्ट्रेटजी विशेषकर तब कारगर होती है जब ट्रेडर को लगता है कि मार्केट एक रेंज के भीतर रहेगा और वह उस रेंज का उपयोग अपने प्रॉफिट के लिए कर सकता है।
[Iron Condor Strategy in Hindi]
चार ऑप्शंस का चयन:
ट्रेडर चार ऑप्शंस का चयन करता है - दो कॉल ऑप्शन और दो पुट ऑप्शन।
ऑप्शंस की स्थिति:
एक कॉल ऑप्शन को अधिक स्ट्राइक प्राइस के साथ खरीदा जाता है और एक कॉल ऑप्शन को उच्च स्ट्राइक प्राइस के साथ बेचा जाता है।
एक पुट ऑप्शन को कम स्ट्राइक प्राइस के साथ खरीदा जाता है और एक पुट ऑप्शन को उच्च स्ट्राइक प्राइस के साथ बेचा जाता है।
नुकसान और लाभ की सीमा:
इस स्ट्रेटजी में ट्रेडर की नुकसान और प्रॉफिट की सीमा सीमित होती है, जिससे उन्हें मार्केट में मूवमेंट के साथ संतुलन मिलता है।
मूल्य की गति:
अगर मार्केट रेंज के भीतर रहता है, तो ट्रेडर अच्छा प्रॉफिट कमाता है।
अगर मार्केट रेंज को छूता है, तो उसका नुकसान हो सकता है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Iron Condor Strategy in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग तब करें जब आपको लगता है कि मार्केट एक रेंज के भीतर रहेगा।
- स्ट्राइक प्राइस का सही चयन करने में सावधानी बरतें।
- ट्रेड से पहले मार्केट की अच्छी तरह से विश्लेषण(analysis) करें और वित्तीय सलाह लें।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
Iron Condor स्ट्रेटजी एक ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है जो संतुलन और स्थिति की संरचना में संबंधित है, जिससे ट्रेडर को मार्केट में संतुलन बनाए रखने का सुनहरा अवसर मिलता है। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे comment करें।
(4) पुट रेशियो बैक स्प्रेड(Put Ratio Back Spread in Hindi):
"Put Ratio Back Spread" एक ऑप्शन्स ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है जिसमें किसी ट्रेडर ने कुछ निकट या ATM(At-the-money) पुट ऑप्शन्स को बेचने का निर्णय लिया है और फिर बहुत अधिक संख्या में OTM(Out-the-money) पुट ऑप्शन्स को खरीदा गया है। यह स्ट्रेटजी तब इस्तमाल की जाती है जब ट्रेडर यह उम्मीद कर रहा है की मार्केट ज्यादा या बहुत ज्यादा नीचे सकती है।
[Put Ratio Back Spread Strategy in Hindi]
ऑप्शन्स बेचना:
ट्रेडर ने कुछ निकट या At-the-money पुट ऑप्शन्स को बेचने का निर्णय लिया है।
ऑप्शन खरीदना:
बेचे गए ऑप्शन्स के साथ बहुत अधिक संख्या में Out-the-money पुट ऑप्शन्स को खरीदने का निर्णय लेता है।
मार्केट की दृष्टि:
यह स्ट्रेटजी उस समय का उपयोग करती है जब ट्रेडर को उम्मीद है कि मार्केट में गिरावट आ सकती है। वह एक सामान्य गिरावट की उम्मीद रखता है, लेकिन वह एक बड़ी गिरावट का भी सामर्थ्य रखता है।
लाभ और हानि(Profit and Loss):
यदि मार्केट का मूल्य समान रहता है या बहुत कम गिरावट होती है, तो स्ट्रेटजी नेट क्रेडिट या छोटे प्रॉफिट हो सकता है।
अगर मार्केट का मूल्य सामान्य से अधिक गिरता है, तो स्ट्रेटजी असीमित प्रॉफिट रिजल्ट दे सकती है।
ब्रेक-इवन पॉइंट(Breakeven point):
इस स्ट्रेटजी का Breakeven तब होता है जब मार्केट का मूल्य बेचे गए पुट ऑप्शन्स की संख्या(Strike price) के बराबर होता है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Put Ratio Back Spread Strategy in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग तब करें जब ज्यादा गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं।
- मार्केट की स्थिति को अच्छे से अनुसंधान(analysis) करें और वित्तीय सलाह लें।
- आपको बेचे गए पुट ऑप्शन्स की संख्या(Strike price) को सावधानीपूर्वक चयन करना होगा।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
यह स्ट्रेटजी विभिन्न intraday ट्रेडिंग स्ट्रेटजी में से एक है और इसे धीमे गिरावट और अधिक गिरावट के साथ नुकसान की सीमा में रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे कॉमेंट करे।
ज्यादा जोखिम(High risk):
(5) शॉर्ट स्ट्रैंगल(Short Strangle Strategy in Hindi):
"Short Strangle" एक ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है जो ट्रेडर को मार्केट की स्थिति में संतुलन बनाए रखने का प्रयास करती है। इस स्ट्रेटजी में, ट्रेडर एक कॉल ऑप्शन और एक पुट ऑप्शन को एक साथ बेचता है, लेकिन अलग-अलग स्ट्राइक प्राइस का चयन करता है। यह स्ट्रेटजी विशेषकर तब कारगर होती है जब ट्रेडर को लगता है कि मार्केट एक रेंज में रहेगी और वह उस स्थिति से प्रॉफिट कमा सकता है।
[Short Strangle Strategy in Hindi]
कॉल और पुट ऑप्शन की बेचना:
ट्रेडर एक कॉल ऑप्शन और एक पुट ऑप्शन एक साथ बेचता है।
स्ट्राइक प्राइस चुनना:
कॉल और पुट ऑप्शन के लिए ट्रेडर अलग-अलग स्ट्राइक प्राइस का चयन करता है, जो मार्केट की मुख्य स्थिति के आधार पर किया जाता है।
नुकसान और लाभ की सीमा:
यदि मार्केट एक रेंज में रहता है और कॉल और पुट ऑप्शन के मूल्य घटता है, तो ट्रेडर को इससे प्रॉफिट होगा क्योंकि उसने ऑप्शंस को बेचा हुआ है।
यदि मार्केट में अचानक कोई विशेष मूवमेंट होती है, तो ट्रेडर को नुकसान हो सकता है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Short Strangle Strategy in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग तब करें जब आपको लगता है कि मार्केट एक रेंज के भीतर रहेगा।
- स्ट्राइक प्राइस का सही चयन करने में सावधानी बरतें ताकि आपको नुकसान का सामना न करना पड़े।
- नियमित रूप से बाजार की नजदीकी नजर रखें और नए समाचारों और घटनाओं(News & events) का ध्यान करें।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
"शॉर्ट स्ट्रैंगल स्ट्रेटजी" एक संतुलित ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है जो ट्रेडर्स को बाजार में बदलती हुई स्थिति के साथ संबंधित नुकसान और लाभ की सीमा में रखने का प्रयास करती है। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे कॉमेंट करे।
[14 Best option trading strategies in Hindi]
(6) नेकेड पुट सेलिंग स्ट्रेटजी(Naked Put Selling Strategy in Hindi):
"Naked Put Selling Strategy" एक ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है जिसमें ट्रेडर एक पुट ऑप्शन को बेचता है बिना उसे किसी अन्य ऑप्शन को खरीदते हुए, ताकि वह पुट ऑप्शन के माध्यम से उससे प्रॉफिट कर सके। यह स्ट्रेटजी अग्रेसिव और अगर मार्केट में उतार-चढ़ाव होता है तो नुकसान का सामना करने के लिए तैयार होने की आवश्यकता होती है।
[Naked Put Selling Strategy in Hindi]
पुट ऑप्शन की बिक्री:
ट्रेडर एक पुट ऑप्शन को बेचता है। और उसके साथ किसी अन्य ऑप्शन को नही खरीदता है।
नुकसान और लाभ की सीमा:
यदि मार्केट में गिरावट नहीं होती है या मार्केट एक ही मूल्य में रहता है और पुट ऑप्शन का मूल्य घटता है, तो ट्रेडर्स को इससे प्रॉफिट मिल सकता है।
यदि मार्केट में गिरावट होती है और पुट ऑप्शन का मूल्य बढ़ता है, तो ट्रेडर को नुकसान हो सकता है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Naked Put Selling Strategy in Hindi]
- इस स्ट्रेटजी का उपयोग केवल उन ट्रेडर्स द्वारा किया जाना चाहिए जो समझदारी और पेशेंस के साथ डिसीजन ले सकते हैं, क्योंकि इसमें असीमित नुकसान का खतरा होता है।
- सही पुट ऑप्शन का चयन करने के लिए ध्यानपूर्वक विश्लेषण(Analysis) करें और वित्तीय सलाह लें।
- नियमित रूप से मार्केट की नजदीकी नजर रखें और नए समाचारों(Market News) और घटनाओं(Events) पर भी ध्यान दें।
- रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
"Naked Put Selling" स्ट्रेटजी ऑप्शन ट्रेडिंग की एक उपयुक्त स्ट्रेटजी है, लेकिन यह ज्यादा जोखिमों(High risk) के साथ आती है, इसलिए इसे सावधानीपूर्वक और समझदारी से उपयोग करना चाहिए। अगर आपका कोई सवाल रह गया हो तो नीचे कॉमेंट करे।
(7) शॉर्ट स्ट्रैडल स्ट्रेटजी(Short Straddle Strategy in Hindi):
"Short Straddle Strategy" एक ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है जो ट्रेडर्स को मार्केट में मूवमेंट की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करने का प्रयास करती है। इस स्ट्रेटजी में ट्रेडर एक कॉल ऑप्शन और एक पुट ऑप्शन बेचता है, जिससे वह मार्केट में स्थिति के मूवमेंट की संभावना को अलग कर सकता है।
[Short Straddle Strategy in Hindi]
कॉल ऑप्शन:
ट्रेडर एक कॉल ऑप्शन बेचता है।
पुट ऑप्शन:
उसी समय, ट्रेडर एक पुट ऑप्शन बेचता है, जो की समान स्ट्राइक प्राइस का होता है कॉल ऑप्शन के।
नुकसान और लाभ की सीमा:
इस स्ट्रेटजी में ट्रेडर के नुकसान और लाभ की सीमा सीमित होती है।
यदि स्टॉक का मूल्य स्ट्रेटजी के रेंज से बाहर जाता है, तो ट्रेडर को नुकसान हो सकता है।
यदि स्टॉक का मूल्य स्ट्रेटजी के रेंज में रहता है, तो ट्रेडर इस से प्रॉफिट कमा सकता है।
क्यों करें शॉर्ट स्ट्रैडल का इस्तमाल:
इस स्ट्रेटजी का उपयोग विशेषकर रेंज बाउंड मार्केट में किया जाता है जब ट्रेडर को लगता है कि मार्केट में स्थिरता है, लेकिन उसे यह नहीं मालूम होता कि यह किस दिशा में हो सकता है।
सुझाव और सावधानियाँ:[Short Straddle Strategy in Hindi]
शॉर्ट स्ट्रैडल स्ट्रेटजी का उपयोग रेंज बाउंड मार्केट में किया जाता है, जब ट्रेडर को बाजार की स्थिति volatility नही हो।
स्टॉक के मूल्य के साथ सावधानीपूर्वक रहें और अगर आप स्थिति से परिचित नहीं हैं, तो वित्तीय सलाह लें।
रिस्क को सीमित रखने के लिए हमेसा स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
"शॉर्ट स्ट्रैडल स्ट्रेटजी" का सही तरीके से इस्तमाल करके आप मार्केट से अच्छा प्रॉफिट बना सकते है लेकिन इस स्ट्रेटजी में जोखिम(risk) काफी ज्यादा है अगर आप डिसिप्लिन्ड होकर और स्टॉप-लॉस का हमेसा इस्तमाल करके इस स्ट्रेटजी को इस्तमाल करते हैं तो आप अच्छा पैसा मार्केट से कम सकते हैं। और अगर आपका कोई प्रश्न रह गया हो तो कॉमेंट करे मैं आपके प्रश्न का उत्तर दूंगा।
[14 Best option trading strategies in Hindi]
निष्कर्ष(Conclusion):
इस ब्लॉग "14 Best option Trading Strategies in Hindi" के माध्यम से हमने जाना कि ऑप्शन ट्रेडिंग के 14 बेस्ट स्ट्रेटजी के बारे में शेयर मार्केट में इन्वेस्ट और ट्रेड करने वाले ट्रेडर्स के लिए, हमने 14 बेहतरीन ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रैटेजीज का परिचय किया है। जो आपको ऑप्शंस ट्रेडिंग में काफी मदद करेगा।
पहले हमने लो रिस्क स्ट्रेटजीस के बारे में जाना, जिसमें ट्रेडर्स को कम नुकसान के साथ सेफ्टी मिलती है। फिर हमने माध्यम रिस्क वाली स्ट्रेटजीस को जाना, जो ट्रेडर्स को अच्छा प्रॉफिट दिला सकती हैं। और आखिर में, हमने हाई रिस्क ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजीस की बात की, जो जोखिम उठाने के लिए तैयार ट्रेडर्स के लिए हो सकती हैं।
यह ब्लॉग "14 Best option Trading Strategies in Hindi" हमें यह सिखने में मदद करता है कि विभिन्न प्रकार की ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजीस कैसे काम करती हैं और हमें फाइनेंशियल प्रीडम की दिशा में सही कदम बढ़ाने में मदद कर सकता है।
आशा करता हु यह ब्लॉग "14 Best option Trading Strategies in Hindi" आपको अच्छा लगा हो मैंने कोशिश की, की मैं आपको बेस्ट ऑप्शंस ट्रेडिंग स्ट्रेटजीस के बारे में सीखा सकूं तब भी अगर मुझसे कोई डिटेल्स मिस हो गई हो तो नीचे कॉमेंट कर अपना ओपिनियन दे और ये भी बताए की आपको अगला ब्लॉग किस टॉपिक पर चाहिए साथ ही इस ब्लॉग को अपने दोस्तो के साथ भी साझा करें।
FAQ's [14 Best Option Trading Strategies in Hindi]
कौन सी ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीतियां शुरुआती लोगों के लिए उपयुक्त हैं?
शुरुआती लोगो के लिए कम जोखिम वाली ट्रेडिंग रणनीतियां उपयुक्त है जैसे की - स्ट्रैंगल, स्ट्रैडले, इत्यादि।
मंदी बाजार में कौन सी ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीतियां सबसे अधिक प्रभावी हैं?
मंदी बाजार में आप "आयरन कंडोर" या "बटरफ्लाई स्ट्रेटजी" का इस्तमाल कर सकते हैं।
अगर ऑप्शन प्राइस जीरो हो जाए तो क्या होगा?
अगर ऑप्शन प्राइस जीरो हो जाए तो इसका मतलब है कि ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट का कोई मूल्य नहीं रह गया है।
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